मुंबई : राज्य के सूखा प्रभावित इलाके के किसानों की मदद के लिए मुस्लिम समाज भी आगे आया है। शुक्रवार को ईद-उल-अदहा की नमाज के दौरान किसानों के लिए दुआ की गई। इस दौरान महानगर की मस्जिदों में सूखा प्रभावित किसानों की आर्थिक मदद के लिए अपील भी की गई। इस बीच कई लोगों ने बकरीद पर कुर्बानी न कर उस पैसे को सूखा पीड़ित किसानों के लिए दान देने का फैसला लिया है।
अजीज एजाज
दरअसल मुस्लिम समाज में शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाले संस्था सेवा ने सूखा प्रभावित किसानों की मदद के लिए 20 लाख रुपए की निधि जुटाने का फैसला किया है। मुंबई के जामिया कदारिया अशरफिया मदरसा के प्रमुख मौलाना सैयद मोईनुद्दीन अशरफ उर्फ मोईन मियां की पहल पर किसानों के लिए राहत राशि जुटाई जा रही है। शुक्रवार को बकरीद की नमाज के दौरान सूखा प्रभावित किसानों के लिए दुआ की गई। इस दौरान नमाज के लिए आए मुस्लिम समाज के लोगों से अपील की गई कि वे सूखा प्रभावित किसानों की आर्थिक मदद के लिए चंदा दें।
कुर्बानी की बजाय किसानों की मदद
महानगर के मुस्लिम बहुल इलाके में नागपाडा में रहने वाले अजीज एजाज ने इस बार बकरीद पर बकरे की कुर्बानी नहीं दी। बकरे के मूल्य के बराबर की धनराशि उन्होंने सूखा पीड़ितों के लिए दान किया है। एक उर्दु अखबार में बतौर पत्रकार कार्य करने वाले एजाज ने कहा कि मीडिया में होने की वजह से मैं मराठवाडा के सूखा पीड़ितों की हालत से वाकिफ हूं। इस लिए इस साल मैंने कुर्बानी न देकर उस पैसा को सूखा पाड़ितों के लिए दान देने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि 11 हजार रुपए फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर की संस्था नाम के पास जमा कराए हैं। नाना ने सूखा पीड़ित किसानों की मदद के लिए यह संस्था बनाई है। एजाज ने कहा कि मेरी तरह मुस्लिम समुदाय के बहुत से लोगों ने कुर्बानी न कर किसानों की मदद के लिए पैसे दिए हैं।